PCOS Full Form in hindi – पीसीओएस क्या है?

PCOS Kya Hai | पीसीओएस क्या है | PCOS Full Form | पीसीओएस फुल फॉर्म | Full Form Of PCOS in Hindi | PCOS Full Form in Hindi | PCOS Meaning in hindi

PCOS Full Form: जैसा कि आप सभी जानते हैं कि महिलाओ के शरीर में कई प्रकार की बीमारी समय-समय पर पाया जाता है जो खासतौर पर स्त्री रोग के नाम से जाना जाता है और उन्हीं स्त्री रोगों में से एक पीसीओएस भी है जो की खास तौर पर महिलाओं में पाया जाता है। और आज के इस लेख में हम इसी टॉपिक पर बात करने वाले हैं।

तो ऐसे में अगर आपको भी पीसीओएस बीमारी के बारे मे कुछ भी जानकारी नहीं है और आप इसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आज के इस लेख को ध्यान पूर्वक अंत तक पढ़ सकते हैं और पीएमएस के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। तो चलिए विस्तार से PCOS Kya Hota hai, PCOS meaning in hindi और PCOS Full Form के बारे मे जानते हैं।

पीसीओएस के फुल फॉर्म क्या होता है – PCOS Full Form in Hindi

पीसीओएस के फुल फॉर्म हिंदी भाषा मे “पॉली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम” होता है जबकि अंग्रेजी भाषा मे PCOS Ke Full FormPolycystic ovary syndrome” होता है। और और यह एक प्रकार के महिलाओं में पाए जाने वाला आम बीमारी है जिसका प्रमुख लक्षण पीरियड ज्यादा समय तक लगातार होना है। और इस बीमारी को हम सब PCOD के नाम से भी जानते है।

PCOS Full Form : Polycystic ovary syndrome

PC – Polycystic
Oovary
S – syndrome

पीसीओएस क्या है (PCOS Kya Hai)

पोलीसिस्टिक ओवेरी सिंड्रोम (PCOS) एक महिलाओं और 20 से 30 वर्ष की लड़कियों में होने वाली आम रोग है, जिसमें अंडाशयों में सिस्ट बन जाते हैं और इससे हार्मोनल तंगी की समस्या होती है। और PCOS के कारण अंडाशयों में अनचाहे गर्भाशय बढ़ने के कारण ओवरियन सिस्ट बनते हैं, जो एक इंफर्टिलिटी कारण भी बन सकता है।

PCOS के लक्षण सभी महिलाओं या लड़कियो के शरीर पर अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन सामान्यतः इसमें मासिक धर्म के नियमितता का अभाव, मासिक धर्म के समय अधिक या कम खून का स्राव, बालों की वृद्धि (हिर्सुटिज़म), त्वचा में छाले, ओवरवेट या ओबीजिटी, डायबिटीज़, दिल की बीमारी और अवसाद शामिल हो सकते हैं।

Nameपीसीओएस (PCOS)
PCOS Full FormPolycystic ovary syndrome
PCOS Full Form in hindiपॉली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
पीसीओएस के लक्षणअत्यधिक थकान लगना
पीरियड्स अनियमित होना
मांसपेशियों में अत्यधिक दर्द
9 पीरियड्स से कम होना
दो पीरियड्स के बीच में 35 दिनों से ज्यादा का अंतराल
वजन बढ़ना
शरीर पर एक्स्ट्रा बाल आना
मुहांसे आना
बाल झड़ना
श्रोणि में दर्द होना
पीसीओएस की खोज1960

PCOS से जुड़े कुछ प्रमुख जानकारी

पीसीओएस बीमारी महिलाओ और लड़कियो मे पाए जाने वाला एक गंभीर हार्मोनल समस्या है जिसकी वजह मेटाबॉलिक और प्रजनन संबंधी समस्या आती है.

पीसीओएस की यह समस्या कई महिलाओं के अलावा लड़कियों में भी पाई जाती है।

और इसके होने की उम्र सीमा खासतौर पर 20 से 30 साल की उम्र होता है, और इस उम्र में ये समस्या ज्यादा पाई जाती है।

और ज़ब कोई भी महिला पीसीओएस से ग्रसित होती है तो उसके शरीर में सामान्य की तुलना में बहुत अधिक हार्मोन्स बनने लगते हैं।

और हार्मोन में इस असंतुलनता के कारणवस एक ओवुलेशन होता है जिसकी वजह से महिलाओ या लड़कियो मे पीरियड्स नियमित नहीं रहते हैं।

PCOS के लक्षण

पीसीओएस के लक्षण मे सबसे पहला अनियमित या लंबे समय तक दर्द के साथ पीरियड्स का रहना है।

इसके अलावा साल में 9 पीरियड्स से कम होना, या फिर दो पीरियड्स के बीच में एक महीने से काफी ज्यादा का अंतराल होना हो सकता है।

इन सब के अलावा असामान्य रूप से बहुत ज्यादा पीरियड होना भी पीसीओएस के लक्षण हो सकते हैं।

पीरियड्स के अलावा इसके और कई लक्षण है जैसे की चेहरे और शरीर के अन्य भाग पर जरूरत से ज्यादा बाल आना है।

इन सब के अलावा अचानक चेहरे पर बहुत मुंहासे होना या कभी-कभी गंजेपन की भी समस्या भी इसके लक्षण हो सकते हैं।

पीसीओएस से बचाव के उपाय

यहां कुछ महत्वपूर्ण तरीके हैं जिनका आप पालन करके पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से बचाव कर सकते हैं।

नियमित व्यायाम: व्यायाम आपके शरीर को स्वस्थ और सुस्त रखने में मदद करता है और हार्मोन स्तरों को संतुलित रखने में मदद कर सकता है। योग, ध्यान, साइकिलिंग, स्विमिंग, ब्रिस्क वाकिंग और वजन ट्रेनिंग जैसे नियमित व्यायाम आपके शरीर के रोगों से लड़ने में मदद कर सकते हैं।

स्वस्थ आहार: आपकी आहार आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, और इसमें पोषक तत्वों की सही मात्रा शामिल होनी चाहिए। विशेष रूप से, आपको अधिक पौष्टिक फल, सब्जियाँ, अदरक, लहसुन, हरी पत्तियाँ, अनाज, और प्रोटीन जैसे तत्वों का सेवन करना चाहिए। शुगरीय और बाकी मिठाई को कम करें और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से दूर रहें।

वजन नियंत्रण: PCOS के मामले में, वजन का नियंत्रण करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। अतिरिक्त वजन का होना हार्मोन स्तरों में असंतुलन पैदा कर सकता है और उच्च रक्तचाप, मधुमेह, और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। एक स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम के साथ, वजन नियंत्रण करना सामरिकता बना रखें।


FAQ?

तो चलिए अब पीसीओएस से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण सवालों के जवाब के बारे में जानते हैं जिनके बारे में लोगों को जानना जरूरी है।

Q. Pcos दर्द कहाँ स्थित है?

Ans: जब किसी महिला औरत या लड़कियों में पीसीओएस का समस्या उत्तपन होता है तो उसे ज्यादातर पेट के निचले भाग में दर्द का महसूस होता है।

Q. क्या होता है जब महिला को Pcos हो?

Ans: जब किसी भी महिला को Pcos हो तो उसे अनियमित या लंबे समय तक दर्द के साथ पीरियड्स का रहना होता है, इसके अलावा अन्य कई प्रकार की शारीरिक बीमारी उस महिला को होने का खतरा बना रहता है।

Q. Pcos का मतलब क्या होता है?

Ans: पीसीओएस के मतलब हिंदी भाषा मे “पॉली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम” होता है जबकि अंग्रेजी भाषा मे PCOS Ke MeaningPolycystic ovary syndrome” होता है।

इसे भी पढ़े:

पीसीओडी (PCOD) क्या है, और PCOD बीमारी क्यों होता है।

पीएमएस (pms) महिलाओं मे होने वाला यह बीमार क्या है?

निष्कर्ष –

आज के हिंदी वर्ल्ड ब्लॉग के इस लेख में हम लोगों में PCOS Kya Hota hai, PCOS meaning in hindi और PCOS Full Form इत्यादि के बारे में जाना है तो ऐसे में हम उम्मीद कर सकते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको पीसीओएस से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी मिल गया होगा।

बाकी ऐसे हीं मेडिकल या शिक्षा से जुड़े अंग्रेजी के अन्य शब्दों के फुल फॉर्म के बारे में पढ़ने और जानने के लिए hindiworld के फुल फॉर्म (Full Form) सेक्शन को एक बार जरूर चेक आउट करें। धन्यवाद

Leave a Comment