Doodh Ganga Yojana 2022 | दूध गंगा योजना आवेदन प्रक्रिया, ऋण राशि, योग्यता और फॉर्म

Doodh Ganga Yojana 2022: जिस तरह भारत देश के बाकी राज्य सरकारें अपने राज्य के निवासियों के लिए कई प्रकार की महत्वपूर्ण सरकारी योजनाएं लाते रहती है जिससे राज्य के लोगों का भला हो सके उसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी अपने राज्य के निवासियों के लिए दूध गंगा योजना की शुरुआत किए हैं जिसके माध्यम से राज्य के सभी छोटे दूध व्यापारियों और दूध से संबंधित अन्य डेरी समानो के विक्रेता व्यापारियों को सरकार ₹100000 से लेकर ₹30 लाख तक कम ब्याज पर ऋण दिया जाता है।

और इसके साथ साथ इस योजना के माध्यम से सरकार कई प्रकार की सब्सिडी राशि भी अलग-अलग तेरे से प्रदान करती है जैसे कि गाय या भैंस खरीदने पर 10% से लेकर 20 % तक सब्सिडी राशि दिया जाता है। और इसके साथ में इस दूध गंगा योजना के माध्यम से लिए हुए ऋण राशि पर भी 33% तक सब्सिडी राशि दिया जाता है।

तो ऐसे मे अगर आप भी हिमाचल प्रदेश राज्य के निवासी हैं और दूध से संबंधित किसी भी प्रकार के व्यापार को शुरू करना चाहते हैं या अपने व्यापार को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो ऐसे में आप हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे दूध गंगा योजना के लाभ उठा कर के बहुत ही कम ब्याज पर सरकार से ऋण प्राप्त कर सकते हैं और अपने बिजनेस को ऊंचा स्तर पर ले जा सकते हैं। तो चलिए विस्तार से जानते हैं हिमाचल प्रदेश सरकार के दूध गंगा योजना (Dhoodh Ganga Yojana 2022) के आवेदन प्रक्रिया, योग्यता, ऋण राशि और इसमें लगने वाले दस्तावेजों के बारे में।

Doodh Ganga Yojana 2022 क्या है, और इसके लाभ

दरसल दूध गंगा योजना की शुरुआत हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा किया गया है और इस योजना के माध्यम से हिमाचल वासियों को जो दूध से संबंधित कोई भी व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं या शुरू कर चुके हैं उन्हें बहुत ही कम ब्याज दर पर सरकार द्वारा ₹100000 से लेकर ₹300000 तक ऋण दिया जाता है और साथ में उस ऋण राशि पर अलग से 33% तक सब्सिडी राशि भी दिया जाता है।

और इसके अलावा जब कोई दूध व्यवसाई दूध के व्यापार के लिए कोई भी गाय या भैंस खरीदता है तो उसे उस पर 10 फीसदी से लेकर 25 से फीसद तक अलग से सब्सिडी राशि और प्रदान किया जाता है।

दूध गंगा योजना के लाभ

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा हिमाचल वासियों के लिए शुरू किये गए दूध गंगा योजना (Dhoodh Ganga Yojana 2022) के अंतर्गत नीचे दिए गए ने लिखित प्रकार के लाभ दूध व्यवसायियों को दिया जाता है।

Doodh Ganga Yojana benefits

  • दूध गंगा योजना के माध्यम से दूध व्यवसायियों को ₹100000 से लेकर ₹300000 तक कम ब्याज पर ऋण लिया जाता है।
  • अगर कोई व्यवसाई दूध से संबंधित अन्य किसी भी पदार्थ का व्यवसाय शुरू करता है तो उसे भी इस योजना के माध्यम से ऋण प्रदान किया जाता है।
  • इस योजना के अंतर्गत लिए गए ऋण राशि पर सरकार द्वारा 33 फ़ीसदी तक अतिरिक्त सब्सिडी राशि भी उन व्यवसायियों को प्रदान किया जाता है।
  • इन सबके अलावा जब कोई दूध व्यवसाय अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए नया गाय या भैंस खरीदता है तो उसे उसके खरीददारी पर 10 % से लेकर 20 % तक और सब्सिडी राशि सरकार द्वारा दिया जाता है।
  • और इस योजना के माध्यम से जो कोई नया व्यापार शुरू करना चाहता है वह भी ऋण प्राप्त कर सकता है और जो अपने पुराने दूध व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहता है वह भी प्राप्त कर सकता है।
  • दूध गंगा योजना का लाभ हिमाचल प्रदेश के किसी भी जाति धर्म मजहब से ताल्लुक रखने वाले कोई भी दूध व्यवसाय उठा सकता है और ऋण प्राप्त कर सकता है।

Dhoodh Ganga Yojana 2022 के मुख्य उदेश्य

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा दूध गंगा योजना को शुरू करने के पीछे का मुख्य उद्देश छोटे मोटे दूध व्यापारियों को बढ़ावा देना है जिससे राज्य में दूध की कमी ना हो और दूध से संबंधित किसी भी डेरी सामान की कमी लोगों को ना हो सके।

क्योंकि आप सभी जानते हैं कि दूध हमारे जीवन की अति आवश्यकता वाले चीजों में से एक है जिसका उपयोग बड़े से लेकर बच्चे तक करते हैं और इसका कमी राज्य में ना हो इसी चीज को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा दूध गंगा योजना को शुरू किया गया है। जिससे राज्य में दूध से संबंधित सामानों के व्यापार में और दूध व्यवहार को और शुरू करने के लिए लोगों को बढ़ावा मिल सके।

  • राज्य में सुद्ध एवं स्वच्छ दूध उत्पादन के लिए आधुनिक एवं नए डेयरी फार्म निर्माण करना।
  • राज्य में उत्तम नस्ल दुधारू पशुओं के संरक्षण हेतु बछड़ी पालन का प्रोत्साहन देना।
  • दूध उत्पादन के पौराणिक तरीकों को आधुनिक और उन्नत कर व्यावसायिक योग्य बनाना।
  • राज्य में स्वरोजगार उत्पन्न करना तथा दूध से सम्बन्धित व्यपार को मूलाधार सुविधा देना।

दूध गंगा योजना (Dhoodh Ganga Yojana 2022) से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

योजना का नामदूध गंगा योजना 2022
सरकारहिमांचल प्रदेश सरकार द्वारा
लाभार्थीहिमांचल प्रदेश के सभी दूध और दूध से बने समान विक्रेता
मुख्य उद्देश्यहिमांचल प्रदेश के सभी दूध व्यापारियों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध करना
आरम्भ तिथि2011
दूध गंगा योजना दस्तावेजऋण के आवेदन कर्ता के आधार कार्ड
हिमाचल राज्य का निवास प्रमाण पत्र
परिवार और आवेदक का आय प्रमाण पत्र
दूध व्यवसाय से संबंधित प्रमाण पत्र
बैंक खाता विवरण
मोबाइल नंबर
ऑफिसियल पोर्टलhttp://hpagrisnet.gov.in/

दूध गंगा योजना 2022 के प्रमुख विशेषताएं

  • दूध गंगा योजना की सबसे बड़ी प्रमुख विशेषता यह है कि इस योजना को शुरू करने से हिमाचल प्रदेश राज्य में दूध व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और जिससे राज्य में दूध की कमी नहीं होगी।
  • इस दूध गंगा योजना के माध्यम से व्यापारियों को ₹300000 तक का ऋण बहुत ही कम ब्याज दर पर सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाता है, और साथ में अतिरिक्त सब्सिडी राशि भी दिया जाता है।
  • इस योजना की तीसरी सबसे बड़ी प्रमुख विशेषता यह है कि इस योजना के माध्यम से नए गाय भैंस खरीदने पर 10 पीसदी से लेकर 20 फीसदी तक अतिरिक्त सब्सिडी राशि भी व्यापारियों को प्रदान किया जाता है।
  • अगर व्यक्ति कोई भी नया दूध से संबंधित व्यापार शुरू करना चाहता है तो वह भी इस योजना का लाभ उठाकर के सरकार से ऋण प्राप्त कर सकता है।
  • और दूध गंगा योजना के अंतर्गत दूध के व्यापार करने पर या दूध से संबंधित बने हुए सामान के व्यापार करने पर भी ऋण प्रदान किया जाता है।
  • इस Dhoodh Ganga Yojana 2022 के माध्यम से राज्य में प्रतिवर्ष 350 लाख लीटर दूध उत्पादन का लक्ष्य का निर्धारण सरकार द्वारा रखा गया है।

दूध गंगा योजना 2022 के तहत दी जाने वाली ऋण

Dhoodh Ganga Yojana के माध्यम से दी जाने वाली ऋण विवरण की संपूर्ण जानकारी नीचे दिए हुए टेबल में दिया गया है।

पशुओं की संख्या ऋण राशि
2 से 10 दुधारू पशुओं₹5 लाख
5 से 20 बछड़ा पालन₹4.80 लाख
वर्मी कम्पोस्ट₹ 0.20 लाख
बड़े दूध कूलर इकाई, दूध दोहने की मशीन,मिल्कोटैस्टर (2000 लीटर तक)₹18.00 लाख
दूध से देसी उत्पाद बनाने की इकाइयों₹12.00 लाख
दूध उत्पादों की ढुलाई एवं कोल्ड चैन₹24.00 लाख
कोल्ड स्टोरेज के लिए₹30.00 लाख
निजी पशु चिकित्सा इकाइयों के लिए ऋण
मोबाइल इकाई के लिए₹2.40 लाख
स्थाई इकाई के लिए₹1.80 लाख
दूध उत्पाद बेचने के लिए बूथ निर्माण₹0.56 लाख

दूध गंगा योजना के तहत मिलने वाले सब्सिडी राशि का विवरण

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे दूध गंगा योजना के माध्यम से उन्हें ऋण के अलावा सब्सिडी राशि भी प्रदान किया जाता है जिसकी जानकारी नीचे दिया गया है।

लाभार्थिसब्सिडी राशि का विवरण
ST/SC वर्ग के लाभार्थियों33% फीसदी
सामान्य वर्ग के लाभार्थियों25% फीसदी
देशी गाय/भैंस खरीदने20% फीसदी
जर्सी गाय खरीदने पर10% फीसदी
स्वयं सहायता समूह को50% फीसदी

दूध गंगा योजना 2022 के लिए योग्यता / पात्रता मापदंड

दूध गंगा योजना (Dhoodh Ganga Yojana 2022) के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने कुछ पात्रता मापदंडों को तय किए हैं जिसके बारे में जानकारी नीचे दिया गया है।

Dhoodh Ganga Yojana 2022 Eligibility Criteria

  • दूध गंगा योजना के माध्यम से दूध व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण प्राप्त करने के लिए आवेदक का हिमाचल प्रदेश राज्य का मूल निवासी होना जरूरी है।
  • जब कोई आवेदक इस योजना के तहत ऋण के लिए आवेदन करता है तो उसका व्यवसाय दूध उत्पाद से या दूध से संबंधित होना आवश्यक है।
  • दूध गंगा योजना के माध्यम से आवेदक 30लाख रूपए से ज्यादा ऋण के लिए आवेदन नहीं कर सकता है।
  • और आवेदन कर्ता के पास अपने व्यवसाय को शुरू करने से संबंधित आवश्यक सभी दस्तावेज और जमीन की जानकारी के दस्तावेज होना आवश्यक है।
  • आवेदनकर्ता के पास दूध से संबंधित बनने वाले सामानों के इंपोर्ट एक्सपोर्ट की उचित व्यवस्था होना आवश्यक है।

दूध गंगा योजना 2022 के लिए दस्तावेज

अगर आप भी हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे दूध गंगा योजना (Dhoodh Ganga Yojana 2022) के लाभ उठाना चाहते है तो ऐसे मे आपके पास नीचे दिए गए निम्नलिखित दस्तावेजों के होना आवश्यक होता है।

Dhoodh Ganga Yojana 2022 documents

  • ऋण के आवेदन कर्ता के आधार कार्ड
  • हिमाचल राज्य का निवास प्रमाण पत्र
  • परिवार और आवेदक का आय प्रमाण पत्र
  • दूध व्यवसाय से संबंधित प्रमाण पत्र
  • बैंक खाता विवरण
  • मोबाइल नंबर

दूध गंगा योजना 2022 के तहत आवेदन कैसे करें?

अगर आप भी दूध गंगा योजना के लाभ उठाकर के ऋण प्राप्त करना चाहते हैं, और इसके लिए पंजीकरण कराना चाहते हैं तो इसके लिए आपको नीचे दिए हुए प्रक्रिया को फॉलो करने की आवश्यकता है।

Doodh Ganga Yojana 2022 Registration process

  • इसके लिए सबसे पहले आपको इस योजना से संबंधित आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है।
  • और उसके बाद होम पेज पर ही आपको दूध गंगा योजना के विकल्प दिखाई देगा उस पर क्लिक करना है।
  • और उसके बाद आपके स्क्रीन पर दूध गंगा योजना से संबंधित आवेदन फॉर्म फुल कर आएगा उसमें मांगी गई सभी जरूरी जानकारी को ध्यानपूर्वक पढ़ते हुए भर देना है।
  • और उसके बाद आपको वहां मांगी गई सभी जरूरी दस्तावेजों के फोटो कॉपी को भी अपलोड करके नीचे दिए हुए सबमिट बटन पर क्लिक कर देना है।

Doodh Ganga Yojana 2022 FAQ?

तो चलिए अब दूध गंगा योजना से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर के बारे में जानते हैं जिसके बारे में लोगों को अक्सर जानने की इच्छा होती है।

Q. दूध गंगा योजना किस राज्य की योजना है?

Ans: दूध गंगा योजना की शुरुआत हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा किया गया है और यह हिमाचल राज्य का सरकारी योजना है.

Q. दूध गंगा योजना की शुरुआत कब हुई है?

Ans: दूध गंगा योजना को हिमांचल राज्य मे शुरू हुए 10 वर्ष से भी ज्यादा हो गया है और इस योजना का लाभ हिमाचल वासियों को साल 2011 से दिया जा रहा है।

Q. हिमाचल दूध गंगा योजना क्या है?

Ans: हिमाचल राज्य में चलाए जा रहे दूध गंगा योजना के अंतर्गत हिमाचल वासियों को जो दूध से संबंधित व्यापार शुरू करना चाहते हैं या करते हैं उन्हें सरकार द्वारा ₹100000 से लेकर ₹300000 तक कम ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जाता है। और साथ में उस पर अतिरिक्त सब्सिडी राशि भी दिया जाता है।

निष्कर्ष

आज के hindiworld के इस लेख मे हमलोगो ने हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे दूध गंगा योजना के बारे में जाना है, और हमने आपको इस योजना से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी जैसे की आवेदन प्रक्रिया, योग्यता दस्तावेज और इसके तहत मिलने वाले ऋण राशि के बारे में बताया है तो ऐसे मे हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको हिमाचल प्रदेश के दूध गंगा योजना (Doodh Ganga Yojana 2022) से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी मिल गया होगा।

इसके अलावा अगर हम आपके मन फिर भी इस योजना से सम्बन्धित अन्य कोई सवाल या सुझाव है तो आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपना बहुमूल्य कमेंट दर्ज कर सकते हैं। धन्यवाद

Leave a Comment