PH Full Form in Hindi | पीएच क्या है | पीएच फुल फॉर्म हिंदी में | PH Full Form Hindi | PH Full Form | PH Kya Hai | पीएच का फुल फॉर्म | pH स्केल का खोज किसने किया था | ph scale value
PH Full Form: अगर आप भी अभी पढ़ाई कर रहे हैं और आपकी विज्ञान विषय में काफी रुचि है तो ऐसे में आपने पीएच मान के बारे मे जरूर पढ़ा होगा, लेकिन क्या आपने कभी भी पीएच के फुल फॉर्म क्या होता है इसके बारे में जानने की कोशिश किए हैं और क्या आपको पीएच के फुल फॉर्म के बारे में कोई भी जानकारी है.
अगर नहीं, तो आज के इस लेख को ध्यान पूर्वक अंत तक पढ़ सकते हैं और पीएच मान के फुल फॉर्म से लेकर पीएच क्या होता है इत्यादि के बारे में सभी प्रकार की जानकारी विस्तार पूर्वक प्राप्त कर सकते हैं। तो चलिए विस्तार से PH Meaning in hindi, Ph Full Form और PH Kitna hota hai इत्यादि के बारे मे जानते हैं।
पीएच के फुल फॉर्म क्या होता है (PH Full Form in hindi)
पीएच का फुल फॉर्म हिंदी भाषा मे “पावर ऑफ हाइड्रोजन” होता है जबकि अंग्रेजी भाषा मे PH Ke Full Form “Potential of Hydrogen” होता है। और यह एक प्रकार का विलयन की अम्लता या क्षारकता का एक माप है।
PH Stands For: Potential of Hydrogen
P – Potential
H – of Hydrogen
पीएच क्या है (PH Kya Hai)
अगर आपको भी पीएच क्या है इसके बारे में कोई भी जानकारी नहीं है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीएच किसी भी पदार्थ के अम्लीय और क्षारीयता माप को दर्शाता है, और पीएच मान की वैल्यू समानतः 0 से लेकर 14 तक के बीच में होता है, एवं इसकी खोज सबसे पहले एस पी एल सोरेनसेन (S. P. L. Sørensen) के द्वारा साल 1909 मे किया गया था।
पीएच से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
Name | पीएच (PH ) |
PH Full Form | Potential of Hydrogen |
PH Full Form in hindi | पावर ऑफ हाइड्रोजन |
PH Scale | 0 से लेकर 14 |
PH Scale की खोज | 1909 |
पीएच स्केल कैसे देखे, और PH Scale की खोज
पीएच स्केल की खोज सबसे पहले साल 1909 में किया गया था, और इस स्केल पर पीएच मान की वैल्यू जीरो से लेकर 14 के बीच में होता है और जहां पर जिस पदार्थ की पीएच मान 7 से कम होता है वह अम्लीय होता है जबकि जिस पदार्थ का माप 7 से अधिक होता है वह क्षारीय होता है।
पीएच शरीर के लिए क्यों है ज़रूरी
अगर आपको भी पीएच मानव शरीर के लिए कितना जरूरी है इसके बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है तो इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी नीचे दिया गया है।
- पीएच मानव शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है और इसको बैलेंस करना अति आवश्यक होता है क्योंकि यह मानव शरीर में हानिकारक बैक्टीरिया को उतपन्न नहीं लेने देता है।
- वहीं अगर मानव शरीर में पीएच मान की गड़बड़ी हो गई तो इसके गड़बड़ी के कारण मानव त्वचा को काफी नुकसान पहुंच सकता है।
- इसके अलावा आंतरिक अंगों की साफ-सफाई में पीएच का बहुत ही खासा रोल होता है।
FAQs?
तो चलिए अब पीएच मान से संबंधित कुछ सवालों के जवाब के बारे में जानते हैं जिसके बारे में सभी लोगों को अक्सर जानने की इच्छा होता है।
Q. पानी की pH मान क्या है?
Ans: पानी का पीएच मान 7 होता है इसके कारण पानी उदासीन होता है।
Q. शरीर का पीएच मान कितना होना चाहिए?
Ans: सामान्यता मानव शरीर का पीएच मान 7.35 से ले करके 7.45 के बीच मे होता है।
Q. दूध का पीएच मान कितना होता है?
Ans: दूध का पीएच मान 6.7 से ले करके 6.9 के बीच होता है।
Q. भैंस के दूध का PH कितना होता है?
Ans: भैंस के दूध का PH मान 6.9 के आस पास होता है।
Q. खून का पीएच बढ़ने से क्या होता है?
Ans: खून का पीएच मान बढ़ने से या अन्य कोई गड़बड़ियां होने से आपके फेफड़े, गुदो को नुकसान पहुंचता है इसके अलावा आपको उल्टी और दस्त की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।
Q. पीएच स्केल की खोज कब हुआ है?
Ans: PH Scale की खोज साल 1909 मे किया गया था।
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निष्कर्ष –
आज की हिंदी वर्ल्ड ब्लॉग के इस लेख में हम लोगों में पीएच क्या होता है और पीएच की फुल फॉर्म क्या है इत्यादि सभी सवालों के जवाब के बारे में जाना है तो ऐसे में हम उम्मीद कर सकते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको पीएच से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी मिल गया होगा।
बाकी ऐसे हीं अंग्रेजी के अन्य शब्दों के फुल फॉर्म के बारे में पढ़ने और जानने के लिए hindiworld के फुल फॉर्म (Full Form) सेक्शन को एक बार जरूर चेक आउट करें। धन्यवाद