मुक्तिधारा योजना पश्चिम बंगाल | Muktidhara Scheme West Bengal

पश्चिम बंगाल में मुक्तिधारा योजना 2021, जिसके बारे में हम इस लेख में विस्तार से जानेंगे। वैसे देखा जाए तो पश्चिम बंगाल के लिए बेरोजगारी के मुद्दे से निपटना हमेशा राज्य सरकार का एजेंडा रहा है। क्योंकि लोग ग्रामीण क्षैत्रों में रोजगार की कमी के कारण शहरों की तरह जा रहे हैं।

इस भारी पलायन को रोकने के लिए राज्य सरकार ने “Muktidhara Scheme West Bengal” योजना लागू की है ताकि गांवो में रोजगार के अवसरो का विकास हो सके। यह योजना मुख्य रूप से कमजोर लोगो को सशक्त बनाने और महिलाओं व उनके परिवार की कमाई में वृद्धि करने के उद्देश्य से बनाई गयी है।

पश्चिम बंगाल में मुक्तिधारा योजना 2022 मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा ग्रामीण क्षैत्रों में बेरोजगारी और स्वयं सहायता समूहों के समग्र विकास के लिए बनायी गयी है। आज हम इस लेख में SHG Yojana West Bengalके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे, जैसे- मुक्तिधारा योजना क्या है, योजना की विशेषताएं, योजना के लाभ इत्यादि।

पश्चिम बंगाल में मुक्तिधारा योजना 2022 (Muktidhara Scheme West Bengal)

यह योजना पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा ग्रामीण क्षैत्रों की बेरोजगारी दूर करने और स्वयं सहायता समूहों के समग्र विकास के लिए बनायी गयी है।

इस योजना का उद्देश्य है कि यह योजना ग्रामीण जीवन-यापन में स्थिरता ला सके। और गरीबी व बेरोजगारी को दूर करने के लिए स्वयं सहायता समूह और स्वरोजगार के माध्यम से वित्तीय सहायता प्रदान की जा सके।

इस योजना के तहत पश्चिम बंगाल सरकार स्वयं सहायता समूह को प्रशिक्षण देगी, जो इस योजना में पंजीकृत है। इसके बाद अगर आप पूरी तरह से प्रशिक्षित हो जाते है तो सरकार आपको स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहयोग भी देगी।

योजना से निर्मित स्वयं सहायता समूह ग्रामीण क्षैत्र में स्वयं सेवक के रूप में कार्य करेंगे। मतलब यह सदस्य सब्जियां उगाना, कुक्कुट पालन, मुर्गी पालन, साल के पत्तों की प्लेट बनाना एवं अन्य पालन-पोषण से संबंधित कार्यों के विकास में सहायता प्रदान करेंगे।

इस योजना से स्वयं सहायता समूह के प्रत्येक परिवार को विभिन्न रोजगारीक गतिविधियों में भाग लेने और प्रत्येक परिवार को कम से कम 3000 रूपयें मालिक कमाने के लिए प्रेरणा मिलेगी।

West Bengal Muktidhara yojana 2022 के द्वारा वित्तीय रूप से कमजोर लोगों को सशक्त बनाना है। और विशेष रूप से महिलाएं और परिवार की कमाई में वृद्धि करना है, ताकि उनका जीवन आसान हो सके।

मुक्तिधारा योजना से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदु

  • इस योजना से स्वयं सहायता समूह और स्वरोजगार वालों की आय में तेजी से वृद्धि, गरीबी हटाना और आर्थिक दृष्टि से पिछड़ी महिला की पारिवारीक आय में वृद्धि की जाती है।
  • इस योजना में पंजीकृत सदस्यों को अन्नत कृषि तकनीकों और अन्य व्यवसाय से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा।
  • मुक्तिधारा योजना को पहली बार 7 मार्च 2013 में पुरुलिया जिले में शुरू किया गया था, और नाबार्ड के सहयोग से योजना चलायी गयी थी।
  • शुरूआत में बलरामपुर और पुरुलिया जिले के 139 स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को बड़े पैमाने पर इस योजना के तहत प्रशिक्षित किया गया था।
  • इस योजना में पंजीकृत सदस्यों को सरकार द्वारा प्रशिश्रित किया जाता है।
  • योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आधिकारीक वेबसाइट “https://wb.gov.in/portal/web/guest/muktidhara” उपलब्ध है।
  • मुक्तिधारा योजना से कृषि को उन्नत तकनीक से विकसित बनाना है, और अन्य व्यवसाय को भी उन्नत तकनीक से विकसित करना है।
  • इस योजना में सदस्यों को प्रशिक्षण और क्षैत्रीय प्रशिक्षण समय-समय पर जिला प्रसाशन द्वारा प्रदान किया जाएगा।
  • योजना के तहत प्रत्येक गांव के 25-25 लोगों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
  • महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए गांव में ही काम मिलेगा और 2% ब्याज दर पर ऋण मिलेगा।
योजना का नाममुक्तिधारा योजना
योजना प्रस्तुतकर्तापश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
योजना लॉंच तिथिमार्च, 2013
योजना का उद्देश्यस्वयं सहायता समूह, स्वरोजगार और गरीब महिलाओं की आय में वृद्धि करना
योजना के लाभार्थीइस योजना के तहत पंजीकृत SHG तथा गरीब महिलाएं
योजना लागू का स्थानपश्चिम बंगाल (पुरुलिआ)
नियंत्रण केंद्रराज्य का ग्रामीण विकास विभाग
आधिकारीक वेबसाइटhttps://wb.gov.in/portal/web/guest/muktidhara
हेल्पलाइन नंबर2262-7270

पश्चिम बंगाल मुक्तिधारा योजना की मुख्य विशेषताएं

इस योजना के कई लाभ हैं, जैसे-

  • जीवन यापन को आसान बनाना– आज देखा जाए तो ग्रामीण क्षैत्रों में रोजगार के काफी कम अवसर है, इसलिए लोग शहरों की तरफ पलायन कर रहे है। लेकिन इस योजना से ग्रामीण निवासियों को रोजगार के अवसर प्रदान किये जाएंगे ताकि उनका जीवन स्तर सुधर सके।
  • आय में स्थिरता लाना– इस योजना का उद्देश्य है कि ग्रामीण लोगों को कृषि व्यवसाय या अन्य व्यवसाय से संबंधित प्रशिक्षण देना है ताकि वे स्वयं रोजगार कर सके। इस योजना से प्रशिक्षण देकर मासिक आय आधार को 3000 रूपयें से ऊपर ले जाना है।
  • स्वयं सहायता समूह (SHG) को लाभ– इस योजना में स्वयं सहायता समूहों को स्पष्ट लाभ दिया जाएगा ताकि वे ग्रामीणों को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करे। इससे सभी ग्रामीण निवाशी खुद का व्यवसाय विकसित कर सकेंगे।
  • महिलाओं को लाभ- इस योजना के तहत राज्य सरकार का लक्ष्य है कि वह अधिक से अधिक महिलाओं को योजना से जोड़े। ताकि महिलाएं भी प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी आजिविका को आसान बना सके।
  • कम दरों पर लोन– हर व्यवसाय धन के बिना शुरू नही किया जा सकता है, लेकिन सभी के पास पर्याप्त निवेश राशि नही होती है। अगर आपने इस योजना से प्रशिक्षण प्राप्त किया है और स्वंय का व्यवसाय शुरू करना चाहते है तो सरकार SHG Bank द्वारा स्वयं सहायता समूहों (SHG) को बहुत कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध करवाएगी।
  • लोन राशि चुकाने की अवधि– अगर आप SHG में शामिल है तो SHG से लोन प्राप्त कर सकते है। इस लोन को चुकाने के लिए आपको पर्याप्त समय दिया जाएगा। इसके अलावा यह बैंक आप पर ज्यादा दबाव नही डालेगी।
  • SHG समूह– इस योजना में पंजीकृत होने वाले लोगों का एक स्वयं सहायता समूह बनाया जाएगा, जिसमें 10 से अधिक सदस्य होंगे। इन सभी सदस्यों को रोजगार के लिए तकनीकी ज्ञान और वित्तीय सहायता दी जाएगी।
  • जरूरी मशीने– अगर आप पूरा प्रशिक्षण प्राप्त कर लेते है तो सरकार आपको व्यवसाय शुरू करने के लिए नई और उन्नत मशीने भी देगी, जिससे फसलों की खेती आसान हो जाए।

स्वयं सहायता समूह (SHG) क्या है

जब आप पश्चिम बंगाल में मुक्तिधारा योजना 2022 में अपना पंजीकरण करवाते है तो आप इस योजना से जुड़ जाते है। इसके बाद इस योजना के तहत 10 या 10 से अधिक सदस्यों का एक समूह बनाया जाता है, जिसे स्वयं सहायता समूह कहा जाता है।

इस योजना में स्वयं सहायता समूह को तकनीकी ज्ञान और रोजगार शुरू करने के लिए वित्तीय सहयोग दिया जाता है। इसके अलावा आप गांव में जाकर लोगों की मदद भी करते है, जिससे गांव निवासी भी अपना रोजगार बढ़ा सके और सशक्त बन सके।

मुक्तिधारा योजना में पंजीकरण कैसे करें

अगर आप पश्चिम बंगाल के निवासी है और ग्रामीण क्षैत्र में निवास करते है तो मुक्तिधारा योजना में अपना पंजीकरण करवा सकते है। इसके लिए आपको सबसे पहले आधिकारीक वेबसाइट पर जाना होगा।

  1. इस वेबसाइट पर आपको मैन्यू बार में Information Center> Formsका विकल्प मिलेगा।
  2. Forms” विकल्प को क्लिक करने के बाद आपको अनेक फोर्म की लिस्ट मिलेगी, उसमें से आपको SHG के फॉर्म को डाउनलोड करना है।
  3. इस फोर्म का आप प्रिंट निकालेंगे और फिर इसे सही जानकारी से भर देंगे।
  4. फॉर्म को सही जानकारी से भरने के बाद उस फॉर्म के साथ आवश्यक डॉक्यूमेंट जोड़ेंगे।
  5. ध्यान रहे कि आपको फॉर्म में गांव पंचायत की स्वीकृत की भी जरूरत होगी, और कार्यलय के हस्ताक्षर की भी जरूरत होगी। अत: फॉर्म को अच्छे से भरे।
  6. इसके बाद अपने फॉर्म को मुक्तिधारा योजना के विभाग में जमा करवा ले।

नोट: अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारीक वेबसाइट पर जा सकते है।

दूसरा तरिका

आप नीचे दी गयी लिंक पर क्लिक करके ऑनलाइन ही आवेदन कर सकते है। आवेदन के लिए आपको मोबाइल नंबर, OTP, नाम और ग्रुप का नाम दर्ज करना होगा।

आवेदन के लिए यहां पर क्लिक करे और आवेदन करें।

Muktidhara Scheme West Bengal के तहत नौकरी के अवसर

  1. प्रशिक्षकों को नौकरी– इस योजना के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़े लोगों को रोजगार के प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके बाद उनका प्रशिक्षण समाप्त होने पर उन्हे स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए वित्तीय सहयोग दिया जाता है।
  2. नये व्यवसाय निर्मित– इस योजना का उद्देश्य है कि उच्च तकनीक द्वारा लोगों को प्रशिक्षित किया जाए और नये-नये मध्यम, लघु और सूक्ष्म व्यवसाय को विकसित किया जाए। इस योजना में स्वयं सहायता समूह अन्य गांव निवासियों को रोजगार के नये-नये अवसरों के बारे में भी बताते हैं।
  3. खेती सुधार– SHG कृषि से संबंधित व्यवसायों को बढ़ाने पर अधिक जोर देंगे, ताकि खेती अच्छी से अच्छी हो सके। और गांव निवासी नयी-नयी तकनीकों को जान सके।
  4. पशुपालन– खेती के अलावा गांव में पशुपालन का व्यवसाय भी काफी ज्यादा लाभदायक है। पशुपालन के लिए उचित प्रशिक्षण की जरूरत होती है, जो SHG प्रदान करेंगे।

पश्चिम बंगाल में मुक्तिधारा योजना 2022 के क्रियान्वयन की प्रक्रिया

चलिए अब हम यह जानेंगे कि यह योजना किस प्रकार कार्य करेगी, और इस योजना से गांवो में समग्र विकास कैसे होगा?

  • योजना से जुड़ी सभी गतिविधियों पर देखरेख का कार्य जिला प्रशासन के अधिकारी का होगा।
  • इस योजना में पंजीकृत सदस्यों का स्वयं सहायता समूह बनेगा। और यह समूह ग्राम पंचायत के मुख्या द्वारा बनाये जाएंगे। इन समूह पर देखरेख की जिम्मेदारी पंचायत की होगी।
  • SHG समूह बनकर ग्रामीणों को प्रशिक्षण और आवश्यक चीजें उपलब्ध कराएंगे, ताकि गांव का प्रत्येक सदस्य आत्मनिर्भर बन सके।
  • SHG में प्रशिक्षक भी होंगे जो ग्रामीणों को सैद्धांतिक और व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेंगे ताकि ग्रामीण निवाशी भी किसी भी व्यवसाय में भाग ले सके।
  • प्रशिक्षण के अलावा, SHG यह सुनिश्चित करेंगे कि समूह के सदस्यों को आवश्यक वित्तीय सहयोग मिले। यह वित्तीय सहयोग SHG Bank द्वारा बहुत कम ब्याज दर पर लोन के रूप में प्राप्त कर सकते है।
  • ग्रामीण सदस्यों के बीच उनकी व्यवसायिक आवश्यकताओं के अनुसार धन वितरण की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह की होगी।
  • लोन के रूप में लिया गया धन, स्वयं सहायता समूहों के प्रमुख समूह के सदस्यों से धन एकत्रित करेंगे और बैंक को वापिस लौटाएंगे। इस तरह योजना कार्य करेगी और गांव का समग्र विकास होगा।

पश्चिम बंगाल में मुक्तिधारा योजना 2022 के लाभ (Benefits)

  1. योजना से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले स्वयं सहायता समूह के सदस्य बैंक से बहुत कम ब्याज दर पर लोन ले सकते है। और उन्हे 1.25 लाख रूपयें तक का लोन मिलेगा।
  2. ईंधन की लकड़ी बेचने वाले और परंपरागत तरीके से खेती वालो को इस योजना से काफी अच्छा लाभ मिलेगा।
  3. यह योजना SHG के प्रत्येक परिवार को कई आय सृजन गतिविधियों में भाग लेने और कम से कम प्रतिमाह 3000 रूपयें कमाई करने के लिए प्रेरित करता है।
  4. इस योजना में अधिकांश प्रशिक्षण कृषि कार्यों से संबंधित दिया जाएगा ताकि नये और उन्नत तकनीकों से कृषि को आसान बनाया जा सके।
  5. मुक्तिधारा योजना ग्रामीण क्षैत्रों की बेरोजगारी को कम करेगा और स्वयं सहायता समूहों का समग्र विकास करेगा।

पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री मुक्तिधारा योजना की सफलता का स्तर

यह योजना प्रारंभिक भागों मे काफी सफल रही है। इस योजना के द्वारा कृषि व्यवसाय और पशुपालन व्यवसाय को शुरू करने के लिए कई लोगों को ऋण मिल पाया है।

आप जानते ही होंगे कि पश्चिम बंगाल में कृषि संबंधित व्यवसाय में हालत काफी ज्यादा खराब है। लोग व्यवसाय के लिए गांवो से शहरों में पलायन कर रहे है। लेकिन इस योजना के बाद लोगों को स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए आसानी से कम ब्याज पर ऋण मिल गया।

इसके अलावा पश्चिम बंगाल के लोगों को आसान तरिकों से कृषि करने के लिए प्रशिक्षण भी प्राप्त हुआ। लोगों ने कृषि को आसान बनाने के लिए कई नए-नए तरिके देखे।

इस योजना को पुरुलिया में शुरू किया गया था जो अब पश्चिम बंगाल के कुछ अन्य हिस्सो में भी फैल चुका है। योजना की सफलता के कारण राज्य के और अधिक हिस्सो में योजना को ले जाने की संभावना बढ़ी है।

योजना के फैलाव के कारण अब योजना और अधिक पेचीदा कार्यक्रम का रूप लेगी। मुक्तिधारा योजना से अब ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभांवित किया जाएगा। इस योजना से ग्रामीण क्षैत्रों में उन लोगो को भी रोजगार मिलेगा जो सदाबहार हैं और आने वाले वर्षों तक रहेंगे।

यह योजना मुख्य रूप से कृषि को अधिक विकसित करेगी और साथ ही अन्य व्यवसाय के अवसर भी पैदा करेगी।

FAQs – Muktidhara Scheme for Self-Help Groups in West Bengal

Q1. मुक्तिधारा योजना क्या है?

उत्तर: यह योजना पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा मार्च 2013 में शुरू की गयी थी। यह योजना ग्रामीण क्षैत्रों की बेरोजगारी दूर करने और स्वयं सहायता समूहों के समग्र विकास के लिए बनायी गयी थी। आज भी योजना काफी सफला चल रही है और गांव के निवासियों वित्तीय सहयोग देकर आत्मनिर्भर बना रही है।

Q2. पश्चिम बंगाल में स्वयं सहायता समूह क्या है?

उत्तर: स्वयं सहायता समूह गांव की पंचायत द्वारा बनाया जाता है, जो बाद में योजना में पंजीकृत होते हैं। इसके बाद इस समूह के सदस्यों को तकनीकी ज्ञान और रोजगार शुरू करने के लिए वित्तीय सहयोग दिया जाता है।

Q3. पश्चिम बंगाल में कितने स्वयं सहायता समूह है?

उत्तर: यह योजना मार्च 2013 में शुरू हुई थी, तब शुरूआत में बलरामपुर और पुरुलिया जिले के 139 स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को योजना के तहत प्रशिक्षित किया गया था। योजना अब काफी हद तक फैल चुकी है और लोगों को लाभांवित करती जा रही है।

Q4. स्वयं सहायता समूह के नियम क्या है?

उत्तर: स्वयं सहयता समूह में 10 से 20 सदस्य होंगे। SHG की बैठके नियमित रूप से होनी चाहिए। SHG के सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य हैं। सदस्यों का रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य है, इत्यादि।

Q5. मैं स्वयं सहायता समूह के लिए आवेदन कैसे कर सकता हूं?

उत्तर: SHG के लिए आवेदन करना बेहद आसान है क्योंकि यह आवेदन ऑनलाइन होता है। आवेदन के लिए आपको केवल लिंक पर क्लिक करना है और अपने मोबाइल नंबर, नाम, ग्रुप नाम दर्ज करना है।

निष्कर्ष –

इस लेख में हमने आपको “पश्चिम बंगाल में मुक्तिधारा योजना 2022” के बारे में पूरी विस्तृत जानकारी दी हैं। उमीद है कि यह जानकारी आपके के लिए अवश्य उपयोगी रहेगी। अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारीक वेबसाइट पर जा सकते है। वेबसाइट पर आपको सभी जानकारी आसानी से मिल जाएगी।’

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