MLC Full Form In Hindi | एमएलसी क्या है और एमएलसी बनने के लिए योग्यता

MLC Ka Full Form In Hindi | एमएलसी फुल फॉर्म | MLC Kya Hota Hai | एमएलसी क्या है

दोस्तों अगर आप MLC के बारे में जानना चाहते है तो आप सही जगह आए है क्योकि यहां हम MLC Full Form In Hindi, एमएलसी क्या है और एमएलसी बनने के लिए योग्यता के बारे में जानकारी साझा करेंगे, तो चलिए जानते है।

MLC Full Form In Hindi (एमएलसी फुल फॉर्म)

MLC Ka Full Form In Hindi मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली होती है जिसका अर्थ विधान परिषद का सदस्य होता है, अंग्रेज़ी में एमएलसी फुल फॉर्म या एमएलसी का पूरा नाम Member of Legislative Assembly होता है।

MLC Full Form: Member of Legislative Assembly

M – Member

L – Legislative

A – Assembly

एमएलसी क्या है ? (MLC Kya Hota Hai)

विधान परिषद का सदस्य (MLC) भारत के कुछ राज्यों में राज्य-स्तरीय विधान परिषद पद होता है, जिसे ऊपरी सदन के रूप में भी जाना जाता है। इन पदों के लिए निर्वाचित या नामित प्रतिनिधि को एमएलसी कहते है।

एमएलसी की भूमिका कानून बनाने और उस राज्य के लोगों के हितों का प्रतिनिधित्व करने की होती है। राज्यसभा सांसद की तरह एमएलसी सदस्यों को भी 6 सालों के लिए चुना जाता है और प्रत्येक 2 सालों में 33% सदस्यों को रिटायर किया जाता है।

एमएलसी सदस्यों का चुनाव स्थानीय निकाय, राज्यपाल और राज्य विधानसभा, स्नातक और शिक्षकों द्वारा किया जाता है। विधान परिषद कार्यकाल 6 सालों के लिए होता है। विधान परिषद एक तिहाई सदस्यों को विधायको द्वारा चुना जाता है।

इसके अतिरिक्त एक तिहाई सदस्यों को नगर निगम, नगरपालिका, जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत के सदस्यो के द्वारा चुने जाते है। वहीं शेष, एक तिहाई सदस्यों को शिक्षक और रजिस्टर्ड ग्रैजुएट चुनाव करते है। वही कुछ सदस्यो को मनोनीत किया जाता है।

MLC Meaning In Hindi

MLC यानि मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली जिसका अर्थ होता है विधान परिषद का सदस्य।

किन राज्य में हैं विधान परिषद की व्यवस्था है

भारत के केवल 6 राज्यों में विधान परिषद के लिए चुनाव होता है, इन राज्यो के नाम और सीटें इस प्रकार है-

  • कर्नाटक में 75 सीटें है
  • बिहार में 75 सीटें है
  • महाराष्ट्र में 78 सीटें है
  • उत्तर प्रदेश में 100 सीटें है
  • आंध्र प्रदेश में 58 सीटें है
  • तेलंगाना में कुल 40 सीटें है

एमएलसी बनने के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए ?

उम्मीदवार को भारत में विधान परिषद (MLC) का सदस्य बनने के लिए, निम्नलिखित पात्रता मानदंडों या योग्यताओं को पूरा करना चहिये-

  • नागरिकता– उम्मीदवार व्यक्ति को भारत का नागरिक होना चाहिए।
  • आयु– उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 30 वर्ष निर्धारित की गई है।
  • निवास– व्यक्ति को राज्य में कम से कम 10 वर्षों तक निवास करना चाहिए।
  • शैक्षिक योग्यता – उम्मीदवार व्यक्ति को देश के किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना चाहिए या इसके समकक्ष कोई डिग्री होनी चाहिए।
  • अयोग्यताएं– व्यक्ति को किसी भी सरकारी लाभ के पद पर नहीं होना चाहिए, इसके अतिरिक्त किसी भी अपराध का दोषी नहीं होना चाहिए, या अस्वस्थ दिमाग (कम दीमाग) का नही होना चाहिए।

विधान परिषद मेम्बर ऑफ लेजिसलेटिव काउंसिल बनने की प्रक्रिया

विधान परिषद का सदस्य बनने में कई चरण शामिल होते हैं, जो निम्नलिखित इस प्रकार है-

  • सबसे पहले, व्यक्ति को चुनाव में खड़े होने के योग्य होना चाहिए, जिसके लिए आम तौर पर देश का नागरिक होना और निश्चित आयु और निवास की आवश्यकताओं को पूरा करना आवश्यक है।
  • दूसरे चरण में उम्मीदवार व्यक्ति को किसी एक राजनीतिक दल से नामांकन सुरक्षित करना चाहिए या फिर एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन करना चाहिए।
  • तीसरे चरण में उम्मीदवार व्यक्ति को चुनाव के लिए प्रचार करना चाहिए, अपने निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं से समर्थन प्राप्त करना चाहिए, शिक्षकों के बीच व्यापक चुनाव प्रचार करना चहिये।
  • चौथा, व्यक्ति को निर्वाचकों से बहुमत प्राप्त करके चुनाव जीतना चाहिए। अंत में, निर्वाचित होने के बाद, व्यक्ति विधान परिषद का सदस्य बन जाता है और अपने क्षेत्र के प्रतिनिधि के रूप में शपथ लेता है।

एमएलसी के कार्य क्या होते है ?

  • विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) राज्य विधान सभा में लोगों के प्रतिनिधियों के रूप में कार्य करते हैं और अपने कंस्टीट्यूइंट्स की चिंताओं और आकांक्षाओं के लिए आवाज उठाते है।
  • एमएलसी विधायी प्रक्रिया में शामिल होते हैं और राज्य में कानूनों और नीतियों को बनाने में महत्वूवर्ण भूमिका निभाते है।
  • एमएलसी को सरकार की कार्यकारी शाखा की देखरेख करने और मंत्रियों को उनके कार्यों और निर्णयों के लिए जवाबदेही के लिए जिम्मेदार होते है।
  • एमएलसी राज्य के बजट प्रस्तावों की समीक्षा और जांच करते है।
  • एमएलसी से उम्मीद की जाती है कि वे संसाधनों से अपने निर्वाचन क्षेत्रों के विकास के लिए काम करेंगे।

एमएलसी का चुनाव कैसे होता है

भारत में, विधान परिषद (एमएलसी) के सदस्य निम्नलिखित तरीकों से चुने जाते है-

  • राज्य के विधान सभा (विधायकों) के सदस्यों द्वारा

एमएलसी की कुल संख्या का एक तिहाई भाग राज्य के विधायकों द्वारा चुना जाता है।

  • स्थानीय निकायों के सदस्यों वाले मतदाताओं द्वारा

राज्य में नगर निगमों, नगर पालिकाओं और जिला परिषदों के सदस्यों से मिलकर एमएलसी की कुल संख्या का एक-बारहवाँ हिस्सा चुना जाता है।

इसके अतिरिक्त स्नातक निर्वाचकों द्वारा एमएलसी की कुल संख्या का बारहवां हिस्सा राज्य में रहने वाले तीन साल के रजिस्टर्ड स्नातकों द्वारा चुना जाता है।

  • शिक्षकों द्वारा

एमएलसी की कुल संख्या का छठा हिस्सा राज्य के भीतर शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों द्वारा चुना जाता है, जो कम से कम तीन सालों से सेवा दे रहे हो।

एमएलसी की सैलरी

एक एमएलसी का मासिक वेतन 40 हजार रुपये होता है, वहीं सरकार की ओर से एमएलसी को 50 हजार रुपये भत्ते के रूप के दिये जाते है। इसके अतिरिक्त सरकार हर माह चुने गए एमएलसी के लिए 10 हजार रुपये स्टेशनरी पर खर्च करती है।

MLA Vs MLC में क्या अंतर होता है?

विधान सभा के सदस्य (MLA) और विधान परिषद के सदस्य (MLC) के बीच अंतर इस प्रकार हैं:

  • विधायक सीधे जनता द्वारा चुने जाते हैं, जबकि एमएलसी या तो विधायकों द्वारा चुने जाते हैं या कुछ राज्यों में सीधे चुनाव के माध्यम से चुने जाते हैं।
  • विधायक का कार्यकाल पांच वर्ष का होता है, जबकि एमएलसी का कार्यकाल छह वर्ष का होता है।
  • विधायक एक निश्चित विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि एमएलसी पूरे राज्य का प्रतिनिधित्व करते हैं।
  • विधायक और विधान पार्षद दोनों के पास विधान सभा और परिषद में समान शक्तियाँ हैं, लेकिन विधायकों के पास राज्य विधानमंडल के निचले सदन में अधिक शक्तियां होती है।
  • किसी राज्य में विधायकों की संख्या उसकी जनसंख्या पर निर्भर करती है, जबकि एमएलसी की संख्या देश के संविधान द्वारा तय की जाती है।

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निष्कर्ष

दोस्तों मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली क्या है, MLC Full Form In Hindi और एमएलसी के कार्य क्या होते है इसके बारे में इस आर्टिकल में हमने जाना, अब हमे उम्मीद है की एमएलसी के बारे में आपको सभी जानकारी मिल गई होगी।

बाकी ऐसे ही अंग्रेजी के अन्य शब्दों के full form के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए हिंदी वर्ल्ड ब्लॉग के फुल फॉर्म सेक्शन को एक बार जरूर चेकआउट करें। धन्यवाद

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