IMF Full Form In Hindi | आईएमएफ क्या हैं और क्या काम करता है?

IMF Full Form In Hindi | आईएमएफ क्या हैं | आईएमएफ फुल फॉर्म हिंदी में | IMF Full Form Hindi | IMF Full Form | IMF Kya Hai | आईएमएफ का फुल फॉर्म

दोस्तों जब भी किसी देश पर आर्थिक संकट आता है तो IMF उन्हें लोन देता है, अगर आपको IMF के बारे में जानकारी नहीं है तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े क्योकि इस लेख में हम IMF Full Form In Hindi, आईएमएफ क्या हैं और क्या काम करता है इसके बारे में विस्तार से जानकारी साझा करेंगे। चलिए जानते है।

IMF Full Form In Hindi (आईएमएफ फुल फॉर्म हिंदी में)

IMF का फुल फॉर्म इंग्लिश में International Monetary Fund होता हैं और आईएमएफ फुल फॉर्म हिंदी में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष हैं। इसकी स्थापना विश्व युद्ध के बाद की गई थीं। विश्व के विकास को संतुलित करने के लिए इस संगठन का निर्माण किया गया था। जिसका मुख्यालय Washington DC जो की सयुक्त राज्य अमेरिका में हैं। विश्व का कोई भी देश इस संगठन का सदस्य बन सकता हैं। इसके लिए उसको आवेदन करना होगा। 

IMF Stands For : International Monetary Fund

I – International

M – Monetary

F – Fund

आईएमएफ क्या हैं (IMF Kya Hai)

यह एक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष संगठन है, जिसकी स्थापना इसलिए की गई ताकि दुनिया के सभी देशों की मुद्रा को आसानी से निर्यात किया जा सके। जिससे कोई भी देश संकट के समय में इस संगठन से मदद ले सकता हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे, की इसका मुख्य ऑफिस सयुक्त राज्य अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में हैं। इस संगठन को वर्ष 1944 में बनाया गया हैं, जिसमे लगभग 44 देश शामिल थे। 

विश्व युद्ध के बाद काफी सारे देशों की संपति खत्म हो गई थीं इसलिए अमेरिका देश ने IMF संगठन का निर्माण किया, जिससे देशों को आर्थिक सहायता करि जा सके। सयुक्त राज्य अमेरिका ने इस संगठन का नाम व्हाइट प्लान रखा था, ठीक इसी प्रकार की योजना को ब्रिटेन ने भी शुरू किया था जिसका नाम उन्होंने किंग्स योजना रखा था। लेकिन वर्ष 1944 में इन दोनो के प्लान को एक साथ मिला लिया गया, जो बाद में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के नाम से जाना जाता हैं। 

आईएमएफ क्या काम करता है?

वर्ष 1944 में इस संगठन का निर्माण हो गया था लेकिन 27 दिसंबर 1995 को यह लागू हुआ था और 1 मार्च से 1947 से इस संगठन ने कार्य करना शुरू किया था। आपकी जानकारी के लिए बता दे, की आईएमएफ संगठन सिर्फ उन देशों की मदद करता है, जो आईएमएफ के सदस्य होते हैं।

सभी देशों की वैश्विक अर्थव्यस्था को मजबूत बनाने का काम आईएमएफ का हैं, जो देश आर्थिक रूप से कमजोर होते है उनको आईएमएफ की तरफ से ऋण दिया जाता हैं। जिससे वह देश अपनी गिरी हुई अर्थव्यवस्था में आर्थिक सुधार ला सके। 

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा और निश्चित समय पर भुगतान प्राप्त करने का कार्य भी इस संगठन के द्वारा किया जाता हैं। यदि किसी देश के विनिमय दरों को लेकर किसी भी प्रकार की दिक्कत आती है तो आईएमएफ उन दिक्कतों को दूर करने का प्रयास करता हैं। आईएमएफ मौद्रिक सहयोग एवम एक देश से लेकर दूसरे देश के बीच मुद्रा का भुगतान की देख रेख भी करता हैं। 

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि 2022 तक 190 देश IMF के सदस्य हैं और भारत 27 दिसंबर 1945 से इसका सदस्य है। IMF में देश Quota देते है और उसी हिसाब से उन्हें Voting Power दी जाती है। सबसे ज्यादा IMF Quota सयुक्त राज्य अमेरिका के पास है जोकी 17.43% है और Voting Power 16.50%, वही अगर भारत की बात करे तो हमारा IMF में Quota सिर्फ 2.75% है जिससे हमे 2.63% Voting Power मिलता है।

वर्तमान में IMF की प्रथम उप प्रबंध निदेशक(First Deputy Managing Director) भारत की Gita Gopinath है। इसके आलावा इस संस्थान से प्रबंध निदेशक Kristalina Georgieva है।

दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे, अपना देश भारत IMF का संस्थापक सदस्य है लेकिन हमने भी IMF से लोन लिया है, साल 1991 में भारत ने अपना 67 टन सोना संपार्श्विक सुरक्षा के रूप में गिरवी रखकर 2.2 बिलियन डॉलर (220 करोड़ रुपए) का आपातकालीन ऋण लिया था, जो हमने 1993 में वापस दिया, बाद में बाकी फंड हमने साल 2000 में दिया। दोस्तों साल 1993 से मैंने आईएमएफ से कोई कर्ज नहीं लिया है।

आईएमएफ किन देशो को लोन देता है?

आईएमएफ ने शुरुआत में अपने संगठन में सिर्फ पांच देश की मुद्राओं को शामिल किया था, जिसमे फ्रेंच, मार्क, येन, डॉलर, पाउंड करेंसी थी। जिसको स्पेशल ड्राइंग राइट्स यानी की एसडीआर कहा जाता था।

यह सभी देश अपनी जमा पूंजी को आईएमएफ संगठन में जमा कर देते हैं। जिससे अन्य देशों को आईएमएफ संगठन के द्वारा मदद मिल सके। जो गरीब देश होते है उनको आईएमएफ 0% व्याज के दर पर लोन उपलब्ध करवाती हैं। 

जो देश आईएमएफ के सदस्य होते है उन सभी देशों के एक एक गवर्नर आईएमएफ संगठन में भेजे जाते हैं जिससे बीडी(BD) यानी की बोर्ड ऑफ डायरेक्ट्री बनाई जाती हैं। इससे आईएमएफ को चलाया जाता हैं। यह लोग निर्धारित करते है की किस देश को लोन देना है या नहीं। आईएमएफ के सभी अधिक बोर्ड और डायरेक्ट्री के पास होते हैं। 

आईएमएफ के पास इतना पैसा कहा से आता है?

आपने ऊपर के लेख में आईएमएफ के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर ली हैं, लेकिन आपके मन में भी यह प्रश्न होगा की आईएमएफ के पास इतना पैसा कहा से आता हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे IMF के सभी सद्श्य देश है आईएमएफ को फंड देते हैं जिसे Quota बोला जाता है। दुनिया के विकसित देश सबसे ज्यादा कोटा देते है जिससे उन्हें वोटिंग पावर मिलती है सबसे ज्यादा कोटा और वोटिंग पावरअमेरिका के पास हैं। 

यदि आंकड़े की बात करे तो वर्ष 2016 के आंकड़े के अनुसार सबसे अधिक कंट्रीब्यूट अमेरिका, चीन, जापान, भारत, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम और इटली ने किया था। इस संगठन में जो देश सबसे अधिक कॉट्रीब्यूट यानी की भागीदारी करते है वह देश निर्णय कर सकते हैं की किसे आर्थिक मदद देनी है और किसे नहीं।

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निष्कर्ष 

दोस्तों आज के इस पोस्ट में हमने आपको आईएमएफ के बारे में पूरी जानकारी दी है जैसे IMF Full Form in Hindi, आईएमएफ क्या है और आईएमएफ क्या काम करता है। आशा है कि आपको IMF के बारे में सारी जानकारी मिल गई होगी। अगर यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित हुई हो तो इसे शेयर जरूर करें।

आईएमएफ के बारे में पूछे गए महत्वपूर्ण प्रश्न

आईएमएफ की स्थापना कब हुई थी?

आईएमएफ की स्थापना वर्ष 1944 में जून में हुई थी।

आईएमएफ में कितने सदस्य है?

वर्तमान में 190 देश आईएमएफ के सदस्य है।

आईएमएफ के वर्तमान प्रबंध निदेशक कौन है?

वर्तमान में आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा – है।

भारत आईएमएफ का कौन सा सदस्य है?

भारत आईएमएफ का संस्थापक सदस्य है, जो 27 दिसंबर 1945 के IMF के साथ जुड़ा हुआ है।

आईएमएफ में भारत का कोटा कितना है?

आईएमएफ में भारत का कोटा सिर्फ 2.75% है जिससे भारत को 2.63% मतदान अधिकार मिलता है।

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