DBT Full Form in hindi – डीबीटी क्या है, और DBT के प्रमुख विशेषतायें

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DBT Full Form: अगर आप की गरीबी रेखा से नीचे आते हैं और सरकार द्वारा चलाए जा रहे सरकारी योजनाओं का लाभ लेते हैं तो ऐसे में आपने DBT का नाम जरूर सुना होगा जिसके माध्यम से सरकारी सभी लोगो को डायरेक्ट सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाले पैसे को खाते मे भेजती हैं।

तो ऐसे मे अगर आपको भी डीबीटी से सम्बन्धित कोई भी जानकारी जैसे की DBT Kya Hota Hai, DBT Full Form, DBT History चाहिए तो आज के हिंदीवर्ल्ड के इस लेख को ध्यानपूर्वक अंत तक पढ़ सकते हैं, और डीबीटी से सम्बन्धित सभी प्रकार के जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तो चलिए विस्तारपूर्वक डीबीटी (DBT) के बारे मे जानते हैं।

DBT के फुल फॉर्म क्या होता है – DBT Full Form in hindi

डीबीटी के फुल फॉर्म अंग्रेजी भाषा मे ‘Direct Benefit Transfer’ होता है जबकि हिंदी भाषा मे भी DBT Full Form ‘डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर’ होता है, और यह भारत द्वारा चलाया गया यह एक ऐसा सिस्टम है जिसके माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ डायरेक्ट लाभार्थी के खाते मे भेजा जाता है।

DBT Stands: Direct Benefit Transfer

D – Direct
B – Benefit
T – Transfer

DBT क्या होता है?

डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (Direct Benefit Transfer) भारत सरकार द्वारा चलाया जा रहा एक ऐसा सिस्टम है जिसके माध्यम से सभी लाभार्थी तक सरकारी योजनाओं के माध्यम से मिलने वाले पैसो के लाभ पहुंचाया जाता है।
अगर आसान भाषा मे dbt के बारे मे बात करें तो यह एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा सरकारी योजना के माध्यम से मिलने वाले सब्सिडी के पैसे और अन्य सरकारी पैसो को डायरेक्ट लाभार्थी के खाते मे भेजा जाता है।

डीबीटी का इतिहास – DBT History

डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (Direct Benefit Transfer) को भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी 2013 को शुरू किया गया था। और यह सबसे पहले भारत के केवल 20 जिलों में शुरू किया गया था, और उस समय केवल सब्सिडी के पैसो को ट्रांसफर किया जाता था।

और dbt का उद्धघाटन 06 जनवरी 2013 को उस समय के ग्रामीण विकास मत्री जयराम रमेश और N.  किरण कुमार रेड्डी (आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री) जी के द्वारा किया गया था।

डीबीटी का मुख्य उदेश्य

दरअसल DBT सिस्टम को भारत सरकार द्वारा लाने के पीछे का मुख्य उदेश्य लोगो तक सरकारी योजनाओं के अंतर्गत मिलने वाले लाभ को सही समय पर और सही जगह पहुंचाना है।

क्योंकि जैसा कि आप सभी जानते हैं कि जब dbt सिस्टम भारत में नहीं था तो सरकारी योजनाओं के माध्यम से मिलने वाले पैसो का लाभ लाभार्थी तक पहुंचाना बहुत कठिन होता था और उन पैसों को बीच में ही कहीं सरकारी कर्मचारियों द्वारा गमन कर लिया जाता था जिसके कारण लाभार्थियों को सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाले पैसों का लाभ नहीं मिल पाता था। और बहुत कम ही लोग होते थे जिन्हे पैसों का लाभ उस समय मिल पाता था।

और इन्हीं सब चीजों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार द्वारा साल 2013 में डीवीडी सिस्टम को लाया गया। और उसके बाद से लेकर अब तक लाभार्थी को इसी के माध्यम से सरकारी योजनाओं के पैसों का लाभ दिया जाता है।

डीबीटी के प्रमुख विशेषतायें

  • डीबीटी (DBT) की सबसे बड़ी और प्रमुख विशेषता यह है कि इसके माध्यम से सभी गरीबों को सरकारी योजनाओं के माध्यम से दी जाने वाली पैसों का लाभ डायरेक्ट मिल जाता है।
  • डीबीटी (DBT) सिस्टम की दूसरी और सबसे बड़ी प्रमुख विशेषता यह है की अब गरीबो को किसी भी प्रकार के सरकारी योजनाओं के पैसे को लेने के लिए किसी भी सरकारी कार्यलय और दफतर के चक्कर काटने नहीं पड़ते हैं।
  • DBT के आने के बाद से ज्यादा से ज्यादा गरीबो को सरकारी योजनावों का लाभ मिल पा रहा है।
  • डीबीटी (DBT) सिस्टम के माध्यम से लाभार्थियों को साल 2013 से सरकारी योजनाओं के माध्यम से मिलने वाले पैसों और सब्सिडी का लाभ भेजा जा रहा है।

Structure of DBT in Hindi- DBT की संरचना

DBT का लक्ष्य केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित निधियों के वितरण से मध्य संरचना को खारिज करने के साथ-साथ पारदर्शिता लाना है।

इन Direct Benefit Transfer योजना में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले नागरिक सीधे अपने खातों में अपनी सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। DBT के अनुसार, सामान्य प्लेटफ़ॉर्म सेंट्रल प्लान स्कीम मॉनिटरिंग सिस्टम या CPSMS है, जिसे लेखा महानियंत्रक कार्यालय द्वारा कार्यान्वित किया जाता है।

DBT से जुड़े कुछ सरकारी आंकड़े

सन 2021 के शुरुआत तक डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत भारत सरकार ने कुल 1471000 करोड़ रुपये से ज्यादा लाभार्थियों के खाते में जमा किया

डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का लाभ पाने वाले लाभार्थियों की संख्या 2021 में 274 करोड़ को पार कर चुकी है

डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के कारण करप्शन में काफी कमी आई है और लोगों को सरकार की तरफ से मिलने वाला लाभ सीधे उनके अकाउंट तक पहुंच पा रहा है, बीच में होने वाले करप्शन को पूरी तरह खत्म किया जा चुका है

भारत सरकार और कई राज्य सरकारों द्वारा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के तहत 316 से अधिक योजनाएं चलाई जा रही हैं।


DBT FAQ ?

तो चलिए अब डीबीटी (DBT) से सम्बन्धित कुछ सवालों के उत्तर के बारे मे जानते हैं जिसके बारे मे लोगो को अक्सर जानने की इक्षा होता है।

Q. DBT क्या है?

Ans: DBT एक ऐसा माध्यम है जिसके द्वारा सरकार द्वारा चलाये जा रहे सभी कल्याणकारी योजनाओं के लाभ डायरेक्ट उन लाभार्थीयों के सीधे बैंक खातों में भेजा जाता है। और DBT का पूरा नाम Direct Benefit Transfer होता है।

Q. डीबीटी को कब लागु किया गया है?

Ans: दरसल डीबीटी सिस्टम को भारत सरकार द्वारा 01 जनवरी 2013 को लागु किया गया है।

Q. डीबीटी (DBT) का मतलब क्या होता है?

Ans: डीबीटी (DBT) का मतलब ‘प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (Direct Benefit Transfer) होता है और इसका उपयोग लोगो को सरकारी योजना के तहत दी जाने वाले पैसे को डायरेक्ट लाभार्थी के खाते मे भेजने के लिए किया जाता है।

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निष्कर्ष –

आज के हिंदीवर्ल्ड के इस लेख मे हम लोगो ने भारत सरकार द्वारा साल 2013 मे शुरू किये गए डीबीटी (DBT) सिस्टम के फुल फॉर्म के बारे मे जाना है, एवं साथ मे हमने आपको यह भी बताया है की dbt kya hota hai, DBT History एवं डिबीटी के उपयोग।

तो ऐसे मे hindiworld की पूरी टीम उम्मीद कर्ता है की इस लेख को पढ़ने के बाद आपको डीबीटी शब्द से सम्बन्धित सभी प्रकार की जानकारी मिल गया होगा। धन्यवाद


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