BSF Full Form In Hindi – बीएसएफ का इतिहास और BSF के प्रमुख जिम्मेदारियां

BSF Full Form: अगर आप भी सेना मे भर्ती होना चाहते हैं तो ऐसे में आपने बीएसएफ फोर्स के बारे में जरूर सुना होगा, लेकिन क्या आपको बीएसएफ के फुल फॉर्म क्या होता है, इसका इतिहास और बीएसएफ ज्वाइन कैसे करतें हैं इत्यादि के बारे में कोई जानकारी है अगर नहीं।

तो ऐसे में आज के इस लेख को ध्यान पूर्वक अंत तक पढ़ सकते हैं और BSF ke Full Form, BSF Meaning in hindi और BSF Join Kaise Karen इत्यादि के बारे मे विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तो चलिए विस्तार से बीएसएफ के बारे में जानते हैं।

बीएसएफ के फुल फॉर्म क्या होता है – BSF Full Form in Hindi

बीएसएफ के फुल फॉर्म हिंदी भाषा मे “बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स” होता है जबकि अंग्रेजी भाषा मे BSF Ke Full Form “Border Security Force” होता है। और यह एक प्रकार का भारतीय केंद्रीय सरकार के अधीन काम करने वाले बॉर्डर फोर्स होता है जिसे हम से पारा मिलटेरी (Paramilitary) के नाम से भी जानते हैं।

BSF Full Form : Border Security Force

B – Border
S – Security
F – Force

सीएपीएफ (BSF) से जुडी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

Postबीएसएफ (BSF)
BSF Full FormBorder Security Force
BSF Full Form in hindiबॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स
बीएसएफ के गठनभारत सरकार द्वारा 1 December 1965 को भारत चीन युद्ध के बाद गठित किया गया था।
बीएसएफ के मुख्य सुरक्षा कार्यआतंकवादी गतिविधियों को रोकना
खासतौर पर पाकिस्तान से सटे बॉर्डर की सुरक्षा
दूसरे देश से भारत में होने वाले घुसपैठ को रोकना

बीएसएफ क्या है (BSF Kya Hai)

सीमा सुरक्षा बल यानि बीएसएफ देश की सीमाओं की रक्षा के लिए जिम्मेदार भारत के प्रमुख अर्धसैनिक बलों में से एक है। यह अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर शांति, सुरक्षा और अखंडता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

1 दिसंबर, 1965 को स्थापित, बीएसएफ भारत की भगौलिक सीमाओं की रक्षा करने और तस्करी और घुसपैठ जैसी अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए जिम्मेदार है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

BSF के जवान पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं पर तौनत रहते है, और अवैध घुसपैठ व आतंकवाद को बॉर्डर ओर ही रोकने का काम करते है। बीएसएफ अपने अनुशासित और उच्च प्रशिक्षित जवानों के लिए जाना जाता है, जो देश की सीमाओं की रक्षा के लिए लगन से काम करते हैं।

BSF का इतिहास

1962 में हुए भारत चीन युद्ध के बाद भारत सरकार द्वारा बीएसएफ के गठन 1 दिसंबर, 1965 को खास तौर पर शांत समय में पाकिस्तान भारत के बॉर्डर की रक्षा करने के लिए किया गया था।

अपने शुरुआती वर्षों में, बीएसएफ ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध और 1999 के कारगिल युद्ध सहित विभिन्न संघर्षों और युद्धों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह भारत की सीमाओं पर घुसपैठियों, तस्करों और उग्रवादियों के खिलाफ कई अभियानों में भी शामिल रहा है।

अपने पूरे इतिहास में, बीएसएफ ने देश की सीमाओं की रक्षा में अपने समर्पण और वीरता का शानदार प्रदर्शन किया है। BSF के कर्मियों ने सीमा पार आतंकवाद, नशीले पदार्थों की तस्करी और अवैध प्रवासन सहित देश की कई चुनौतियों का अंत किया है और आज भी अपना काम बखूबी कर रही है।

BSF की जिम्मेदारियां

सीमा सुरक्षा – बीएसएफ की प्राथमिक जिम्मेदारी भारत की सीमाओं को सुरक्षित करना और पड़ोसी देशों से अनधिकृत प्रवेश या घुसपैठ को रोकना है। यह तस्करी और आतंकवादी घुसपैठ जैसी अवैध गतिविधियों का पता लगाने और उन्हें रोकने के लिए, विशेष रूप से पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर अपने कर्मियों की तैनाती करता है।

बॉर्डर मैनेजमेंट – बीएसएफ सीमावर्ती क्षेत्रों के मैनेजमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह सीमा चौकियों की सुरक्षा और उनका रखरखाव करता है, नियमित रूप से गश्त लगाता है, और सुरक्षा के किसी भी जोखिम को रोकने के लिए सीमा गतिविधियों की निगरानी करता है।

आतंकवाद विरोधी अभियान – BSF आतंकवाद के खिलाफ विभिन्न सैन्य अभियान चलाकर आतंकवाद के खात्मे के लिए काम करता है। यह आतंकवादियों के बारे में जानकारिय एकत्र करता है और फिर उनके खिलाफ सैन्य कार्रवाई करता है।

कानून और व्यवस्था बनाए रखना – बीएसएफ अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले सीमावर्ती क्षेत्रों में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है। यह स्थानीय आबादी की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है, और सीमा पार अपराधों को रोकता है।

तस्करी और नारकोटिक्स कंट्रोल – बीएसएफ सक्रिय रूप से तस्करी गतिविधियों और सीमा पार से आने वाले ड्रग्स और नशीले पदार्थों की अवैध तस्करी के खिलाफ अभियान चलाता है और तस्करों को पकड़ता है।

BSF की युद्ध

वर्षों से, बीएसएफ ने देश के लिए कई लड़ाइयों और संघर्षों में भाग लिया है, देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपनी वीरता और समर्पण का प्रदर्शन किया है। ऐसी ही एक महत्वपूर्ण लड़ाई 1971 का भारत-पाक युद्ध था।

बीएसएफ ने भारतीय सेना के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी और बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजाद कराने में योगदान दिया। सीमा पर उनके अभियानों ने दुश्मन की गतिविधियों को बाधित करते हुए दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों को तबाह कर दिया। बीएसएफ जम्मू और कश्मीर और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों सहित विभिन्न क्षेत्रों में उग्रवाद और आतंकवाद का मुकाबला करने में भी शामिल रहा है। BSF ने राष्ट्र की अखंडता की रक्षा करते हुए आतंकवादी समूहों के खिलाफ भयंकर लड़ाई लड़ी है।

इसके अतिरिक्त, बीएसएफ भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर घुसपैठियों और तस्करों के साथ सीमा पर झड़पों में सक्रिय रूप से शामिल रहता है। BSF की सतर्कता और युद्ध कौशल ने सीमा का उल्लंघन करने और भारत की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के दुश्मनों के कई प्रयासों को विफल कर दिया है।

BSF के बारे में 10 रोचक तथ्य

  1. बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (BSF) का आदर्श वाक्य “ड्यूटी अनटू डेथ” है, इसका अर्थ जीवन पर्यंत कर्तव्य है।
  2. बीएसएफ के पास अपना खुद का “कैमल एंड डॉग विंग” है जो किसी भी अप्रिय घटना का पहले से पता लगाने में मदद करता है।
  3. वर्तमान में, BSF में 192 बटालियन और 200,000 से अधिक कर्मी हैं, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल बनाता है।
  4. बीएसएफ की स्थापना इसके पहले महानिदेशक, जनरल खुसरो फरमर्ज रुस्तमजी द्वारा पाकिस्तान और बांग्लादेश से सीमा की सुरक्षा के लिए की गई थी।
  5. BSF से पहले 1965 तक पाकिस्तान से लगी भारत की सीमा की रक्षा राज्य सशस्त्र पुलिस बटालियनों करते थे।
  6. सीमा सुरक्षा बल के जवान सीमा पर सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात होते है जबकि भारतीय सेना युद्ध की तैयारी करने के लिए जिम्मेदार होती है।
  7. BSF ने 1999 के करगिल युद्ध मे महत्वपुर्ण भूमिका निभाई थी, इसने पाकिस्तान में घुसकर दुश्मनों को मार था।
  8. जब 2003 में भारतीय संसद पर हमला हुआ था उसके मास्टरमाइंड गाजी बाबा को भी BSF के जवानों ने ही मारा था।
  9. BSF में ऑलमोस्ट 10000 महिलाएं काम करती है।
  10. BSF के जवानों ने पाकिस्तान से बांग्लादेश को आजाद कराने में महत्वपुर्ण भूमिका निभाई थी।

बीएसएफ ज्वाइन कैसे करें (BSF Join Kaise Karen)

अगर आप भी सीमा सुरक्षा बल यानि बीएसएफ फोर्स को ज्वाइन करना चाहते हैं और इस बीएसएफ में भर्ती होने की प्रक्रिया के बारे में जानना चाहते हैं तो इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी नीचे दिया गया है।

  • बीएसएफ में भर्ती होने के लिए आपका सबसे पहले भारत देश के किसी भी राज्य का मूल निवासी यानि स्थाई निवासी होना जरूरी है।
  • उसके बाद आपको शिक्षा के तौर पर किसी भी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त 10+2 स्कूल और कॉलेज से कम से कम बारहवीं क्लास पास करना जरूरी है।
  • और इन सब के अलावा बीएसएफ में भर्ती होने के समय आपकी उम्र 18 वर्ष से कम और 25 वर्ष से अधिक नहीं होना चाहिए।
  • उसके बाद बीएसएफ के लिए हर वर्ष आयोजित की जाने वाली लिखित परीक्षा, दौड़, और फिजिकल टेस्ट को पास करके बीएसएफ फोर्स में भर्ती हो सकते हैं।

इस तरह आप आसानी से इन कुछ 3 से 4 स्टेट को फॉलो करके आसानी से सीमा सुरक्षा बल जॉइन कर सकते है।

FAQs?

तो चलिए अब बीएसएफ से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवालों के उत्तर के बारे में जानते हैं जिसके बारे में लोग को अवश्य जाना चाहिए।

Q. बीएसएफ का काम क्या होता है?

Ans: बीएसएफ का मुख्य कार्य भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश से सटे सीमाओं की सुरक्षा करना होता है, और दूसरे देश से भारत देश में किसी भी प्रकार के घुसपैठ को रोकना भी बीएसएफ का मुख्य कार्य होता है।

Q. बीएसएफ की दौड़ कितनी होती है?

Ans: बीएसएफ के हेड कांस्टेबल की दौड़ पुरुष के लिए 1600 मीटर 6 मिनट 30 सेकेंड में लगानी होती है।

Q. क्या मैं 12 वीं के बाद बीएसएफ में शामिल हो सकता हूं?

Ans: अगर आपके मन में भी यह सवाल आ रहा है कि क्या 12वीं के बाद बीएसएफ फोर्स में शामिल हो सकते हैं या नहीं, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस फोर्स में भर्ती होने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल और कॉलेज से केवल 10वीं और 12वीं कक्षा पास करना ही जरूरी होता है।

Q. BSF का मतलब क्या होता है?

Ans: बीएसएफ के मतलब हिंदी भाषा मे “बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स” होता है जबकि अंग्रेजी भाषा मे BSF Ke meaning “Border Security Force” होता है।

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निष्कर्ष –

आज के हिंदी वर्ल्ड ब्लॉग के इस लेख में हम लोगों ने भारतीय सीमा सुरक्षा बल यानि बीएसएफ के फुल फॉर्म और बीएसएफ में भर्ती कैसे होता हैऔर इसके इतिहास के बारे में जाना है। तो ऐसे मे हम उम्मीद कर सकते हैं की इस लेख को पढ़ने के बाद आपको बीएसएफ से सम्बन्धित सभी प्रकार की जानकारी मिल गया होगा।

बाकी ऐसे ही शिक्षा से जुड़े अन्य शब्दों के फुल फॉर्म के बारे में पढ़ने और जानने के लिए hindiworld के फुल फॉर्म सेक्शन को एक बार जरूर चेक आउट करें। धन्यवाद

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