NRI Full Form in Hindi | एनआरआई क्या होता है और कौन बन सकता है

NRI Full Form | एनआरआई की फुल फॉर्म | एनआरआई फुल फॉर्म | NRI Ka Full Form | NRI Full Form in Hindi | NRI Kya Hota Hai | एनआरआई बनने के कारण

दोस्तों अगर आप NRI Full Form In Hindi के बारे में जानना चाहते है तो आप बिलकुल सही जगह आए है क्योकि इस आर्टिकल में हम एनआरआई की फुल फॉर्म, एनआरआई क्या होता है और एनआरआई बनने के कारण इसके बारे में विस्तार से जानकारी शेयर करेंगे।

NRI Full Form in Hindi ( एनआरआई फुल फॉर्म )

NRI Ka Full Form नॉन रेडिडेन्ट इंडियन होता है और इंग्लिश एनआरआई फुल फॉर्म Non Resident Indian होती है, इसका मतलब ऐसे वह जो भारत के नागरिक होते हुए विदेश में रहते हैं। उन्हें विदेश में निवास के दौरान अपनी मूल नागरिकता संबंधित अधिकारों का लाभ नहीं मिलता है। इसलिए, भारत सरकार ने एनआरआई के लिए विशेष अधिकार और व्यवस्थाएं बनाई हैं।

NRI Ka Full Form: Non Resident Indian

N – Non

R – Resident

I – Indian

एनआरआई क्या होता है (NRI Kya Hota Hai)

भारत से बाहर निवास करने वाले व्यक्ति को NRI कहते है, NRI एक निश्चित समयकाल के लिए विदेशों में निवास करने के लिए जाते है। NRI का पूरा नाम Non-Resident Indian होता है। यह भारतीय नागरिकों को देश से बाहर रहने वालों को संदर्भित करता है। इन व्यक्तियों को देश के नियमों के अनुसार निर्धारित मात्रा में धन निर्वहन करना पड़ता है। NRI बनने के कुछ शर्तें होती हैं।

एनआरआई बनने के कारण

  • NRIs को अक्सर संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा या यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में बेहतर नौकरी के अवसर मिलते हैं, जो हाई सैलरी और बेहतर करियर विकास की संभावनाएं प्रदान करता हैं।
  • बहुत से भारतीय उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और ट्रेनिंग कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए NRI बनते है। जिससे बेहतर कैरियर की संभावनाएँ और हाई इनकम की संभावना बढ़ सकती है।
  • कई भारतीय अन्य देशों द्वारा प्रदान किए जाने वाली हाई क्वालिटी लाइफस्टाइल और जीवन की बेहतर गुणवत्ता की वजह से आकर्षित होते हैं, जिसमें आधुनिक सुविधाये, एडवांस मेडिकल सर्विस और अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है।
  • एनआरआई भारत के बाहर संपत्ति या व्यवसायों में इन्वेस्ट करके अपनी संपत्ति को डाइवर्सिफाय कर सकते हैं। जिससे फाइनेंसियल सिक्योरिटी और स्टेबिलिटी की टेंशन खत्म हो जाती है। इसके अतिरिक्त, अनिवासी भारतीयो को टैक्सेशन में छूट मिलती है।

एनआरआई किसे कहते है

एनआरआई का फुल फॉर्म “Non-Resident Indian” होता है जो विदेश में रहने वाले भारतीयों को संदर्भित करता है। इसके तहत भारतीय नागरिकों को उनकी विदेश में रहने की स्थिति के आधार पर दो श्रेणियों में विभाजित किया जाता है।

पहली श्रेणी में उन लोगों को शामिल किया जाता है जो विदेश में कम से कम 182 दिनों के लिए रहते हैं और दूसरी श्रेणी में वे लोग होते हैं जो भारत सरकार के अधिकार क्षेत्र से बाहर रहते हैं। एनआरआई को भारतीय मूल का व्यक्ति समझा जाता है जो विदेश में निवास करता है।

एनआरआई टैक्सेशन

एनआरआई (अनिवासी भारतीय) टैक्सेशन उन टैक्स लॉज़ और विनियमों को बताता है है जो उन भारतीयों पर लागू होते हैं जो विदेश में रहते हैं और भारत के भीतर से इनकम अर्जित करते हैं। अनिवासी भारतीयों को भारत में अर्जित किसी भी आय पर कर का भुगतान करना आवश्यक है, जैसे किराये की आय, संपत्ति बेचने से पूंजीगत लाभ, या व्यवसाय या रोजगार से आय।

हालाँकि, विदेशों में की गयी कमाई पर आम तौर पर भारत में टैक्स नही लिया जाता। एनआरआई पर अन्य टैक्स कानून भी लागू हो सकते हैं, जैसे संपत्ति और उपहार टैक्स, और उन्हें जहां वो रहते है उस देश और भारत दोनों के टैक्स कानूनों और फाइलिंग आवश्यकताओं का पालन करना आवश्यक है।

एनआरआई स्टेटस

NRI ऐसे भारतीय नागरिक को संदर्भित करता है जो एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 182 दिनों से अधिक समय तक भारत के बाहर रह रहा है। एनआरआई स्टेटस भारत सरकार द्वारा विभिन्न कारणों के आधार पर निर्धारित की जाती है, जैसे कि विदेश में रहने की अवधि, रहने का उद्देश्य और आय का स्रोत।

टैक्सेशन उद्देश्यों के लिए एनआरआई स्टेटस महत्वपूर्ण है, क्योंकि एनआरआई निवासियों पर एक आम भारतीय की तुलना में अधिक टैक्स नियम लगाए जाते है। हालांकि एनआरआई भी कुछ लाभों के हकदार होते हैं जैसे एनआरआई बैंक खाता खोलना, भारतीय बाजारों में निवेश करना और भारत में संपत्ति खरीदना। हालांकि, एनआरआई भारतीय चुनावों में मतदान नही कर सकते और कुछ वित्तीय लेनदेन पर भी प्रतिबंधों का सामना कर सकते हैं।

एनआरआई कैसे बने ?

एनआरआई की फुल फॉर्म नॉन रेजिडेंट इंडियन होती है और यह उन व्यक्तियों को संदर्भित करता है जो है तो भारतीय नागरिक ही लेकिन भारत में निवास नहीं करते हैं, यानी किसी दूसरे देश मे रहते है। एनआरआई बनने के लिए, आपको कुछ मानदंडों को पूरा करने और कुछ प्रोसेस का पालन करने की आवश्यकता पड़ती है। यहां एनआरआई बनने के लिए कुछ चरण दिए गए है-

  1. एनआरआई बनने के लिए आपको सबसे पहले भारतीय नागरिक होना चाहिए।
  2. एनआरआई के रूप में पहचान प्राप्त करने के लिए, आपको कम से कम एक वित्तीय वर्ष (1 फाइनेंसियल ईयर) में कम से कम 183 दिनों के लिए भारत से बाहर रहना होगा।
  3. इसके बाद आप जिस भी देश में रहने की योजना बना रहे हैं, वहां रहने के लिए आपके पास एक वैध वीजा होना चाहिए।
  4. एक बार जब आप एनआरआई बन जाते हैं, तो आपको एक भारतीय बैंक के साथ एक एनआरई (अनिवासी बाहरी) या एनआरओ (अनिवासी साधारण) खाता खोलना पड़ेगा ।
  5. आपको अपने एनआरआई के स्टेटस में परिवर्तन के बारे में सम्बंधित अधिकारियों और संस्थाओं को, जैसे कि आपके बैंक को सूचित करना होगा।
  6. आप एनआरआई होने पर भी पैन कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। यह कार्ड भारत में वित्तीय लेनदेन के लिए बहुत आवश्यक है।

नोट:- एनआरआई के रूप में, यदि आप भारतीय सिस्टम से किसी भी प्रकार की इनकम अर्जित करते हैं तो आपको भारत में इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करना होगा।

एनआरआई बनने की आवश्यकता

एक व्यक्ति जो भारतीय नागरिक है और विदेश में रह रहा है, उसे एनआरआई बनने की आवश्यकता है। एनआरआई के गठन से नागरिक अपनी विदेशी मुद्रा में अपनी आर्थिक गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित कर सकते हैं।

इसके अलावा, नागरिक एनआरआई बनने से अपनी भारतीय नागरिकता नहीं खोते हैं और वे भारत के विभिन्न कानूनी और व्यावसायिक लाभों से भी लाभान्वित हो सकते हैं।

  • नौकरी के बेहतर अवसर: लोगों के अनिवासी भारतीय बनने का सबसे आम कारण नौकरी के बेहतर अवसर हैं। कई देश हाई सैलरी वाली नौकरियों या अधिक विशिष्ट पदों की पेशकश करते हैं।
  • शिक्षा: अनिवासी भारतीय हाई एजुकेशन के लिए विदेश में पढ़ाई करना चुनते हैं, यह सबसे आम कारण हैं जिससे युवा NRI बनते है।
  • नए अनुभव हासिल करना: एक दूसरे देश में रहने से सांस्कृतिक और अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलता है। बहुत से सम्पन्न लोग सिर्फ इसी कारण से NRI बनना पसन्द करते है।
  • बेहतर जीवन स्तर: कुछ अनिवासी भारतीय बेहतर जीवन स्तर के लिए विदेश जाने का विकल्प चुनते हैं, जिसमें बेहतर स्वास्थ्य सेवा, आवास और जीवन की गुणवत्ता शामिल है।
  • व्यक्तिगत कारण: कुछ व्यक्तिगत कारण हो सकते हैं कि क्यों कोई व्यक्ति एनआरआई बनने का विकल्प चुनता है, जैसे कि विदेश में रहने वाले परिवार के सदस्यों के करीब होना, किसी दूसरे देश में रहने वाले साथी के साथ एक नया जीवन शुरू करना, या बस दुनिया को एक्सप्लोर करना चाहते हैं और नई चीजों का अनुभव करना चाहते है।

एनआरआई कौन बन सकता है

वैसे तो कोई भी व्यक्ति NRI बन सकता है लेकिन उसे फिर भी कुछ मानदंडों को पूरा करना होता है जिसके बारे में हमने ऊपर चर्चा की है। एनआरआई बनने के लिए, एक भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए और एक वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) में कम से कम 182-183 दिनों के लिए भारत से बाहर रहना चाहिए।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि विदेश में काम करने वाले भारतीय नागरिकों को प्रोजेक्ट बेस्ड वर्क या अस्थायी नौकरी प्लेसमेंट जैसे टेम्पररी असाइनमेंट के कारण विदेश जाने वालों को एनआरआई नहीं माना जाता है।

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निष्कर्ष

दोस्तों एनआरआई यानी ‘नॉन रेजिडेंट इंडियन’ को सरकर अलग सुविधा देती है अगर आप NRI बनना चाहते है तो आपको एक प्रोसेस फॉलो करना होता है जिसके बाद आप भारत के NRI बन जाते है। दोस्तों अब हमे उम्मीद है की आपको एनआरआई की फुल फॉर्म, एनआरआई क्या होता है और कौन बन सकता है इस विषय में सभी जानकारी मिल गई होगी।

बाकी ऐसे ही अंग्रेजी के अन्य शब्दों के full form के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए हिंदी वर्ल्ड ब्लॉग के फुल फॉर्म सेक्शन को एक बार जरूर चेकआउट करें। धन्यवाद

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